राजस्थान में 12 सीटों पर 57.87 फीसदी मतदान, पिछली बार से 5.84% कम हुई वोटिंग, इस कम मतदान के क्या हैं मायने ?

जयपुर: पहले चरण के 12 लोकसभा क्षेत्रों में 57.87% वोटिंग हुई जो कि इन 12 लोकसभा सीटों में 2019 में हुई वोटिंग से 5.84% कम है. इन क्षेत्रों में वर्ष 2019 में 63.71 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था. वहीं 2019 की दोनों चरणों के कुल वोटिंग आंकड़े से यह करीब दस प्रतिशत कम है. 

गंगानगर, बीकानेर, चूरू, झुंझूनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में शुक्रवार को आमतौर पर शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान  हुआ. इन 12 निर्वाचन क्षेत्रों के 24,370 मतदान केंद्रों पर नव विवाहित जोड़ों, दिव्यांग, थर्ड जेंडर, आदिवासियों, वृद्धों और युवाओं सहित सभी मतदाताओं ने मतदान में उत्साहपूर्वक भागीदारी की. 

फॉर्म 17ए की जांच के बाद शनिवार तक ही अंतिम मतदान प्रतिशत के आंकड़े प्राप्त हो सकेंगे. 

निर्वाचन क्षेत्रवार वर्ष 2024 और (वर्ष 2019) का मतदान प्रतिशत
लोकसभा क्षेत्र   2024 (2019)
गंगानगर : 65.64 (74.39%)
बीकानेर : 53.96 (59.24%)
चूरू : 62.98(65.65%)
झुंझुनूं : 51.62(61.78%)
सीकर : 57.28(64.76%)
जयपुर ग्रामीण : 56.58(65%) 
जयपुर : 62.87(68.11%)
अलवर : 59.79(66.82%)
भरतपुर : 52.69(58.81%)
करौली-धौलपुर : 49.29(55.06%)
दौसा : 55.21(61.20%)
नागौर : 56.89(62.15%)

फैक्ट फाइल : कुछ दिलचस्प तथ्य
-जिन 12 लोकसभा क्षेत्रों में शुक्रवार हुआ था मतदान
-उन क्षेत्रों में 2019 में 63.71% हुई थी वोटिंग
-बीकानेर के नोखा विधानसभा क्षेत्र सबसे कम 40.27% वोटिंग
-जयपुर के किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 68.72% वोटिंग
-लोकसभा क्षेत्र वार देखें तो गंगानगर में सबसे ज्यादा 65.64% हुई वोटिंग
-लोकसभा क्षेत्र वार देखें तो करौली-धौलपुर में सबसे कम 49.29% हुई वोटिंग
-दिलचस्प तथ्य है कि 2019 में गंगानगर में ही हुई थी सबसे ज्यादा वोटिंग
-लेकिन 2024 के 65.64% के मुकाबले वह वोटिंग हुई थी 74.39%
-इस बार के सबसे ज्यादा वोटिंग वाली गंगानगर लोकसभा सीट में 2019 से 8.75% कम हुई वोटिंग 
-2019 में सबसे कम करौली-धौलपुर में 55.06% हुई थी वोटिंग
-इस तरह करौली-धौलपुर में 2024 में 2019 से 5.77% कम हुई वोटिंग
-2019 में दोनों चरणों की कुल वोटिंग से 2024 की पहले चरण की वोटिंग करीब दस प्रतिशत कम.

12,680 मतदान केंद्रों पर हुई
-रिटर्निंग अधिकारी, जिला, राज्य स्तर पर और भारत निर्वाचन आयोग के स्तर पर लाइव वेबकास्टिंग से निगरानी
-संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर पर्याप्त संख्या में केन्द्रीय पुलिस बल और माइक्रो ऑब्जर्वर लगाए गए.
-सभी मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं के सुविधा को ध्यान में रखते हुए रैम्प, पीने के पानी, छाया, व्हीलचेयर और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए वाहन सहित अन्य व्यवस्थाएं की गईं.
-साथ ही, मतदाताओं की सहायता के लिए हर मतदान केन्द्र पर वॉलन्टियर्स तैनात किए गए. 

होम वोटिंग के तहत 98 प्रतिशत से अधिक मतदान 
-इन 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल 36,557 (85 वर्ष से अधिक आयु के 27,443 और 9,114 दिव्यांग) मतदाताओं ने फॉर्म 12-डी भर कर घर से ही मतदान की सुविधा का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था. 
-इनमें से 36,139 जीवित मतदाताओं में से कुल 35,526 (85 वर्ष से अधिक आयु के 26,570 एवं 8,956 दिव्यांग) मतदाताओं ने मतदान किया. 
-इस तरह करीब 98.30 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने इस सुविधा का लाभ लिया. 
-आवश्यक सेवाओं से जुड़े 1,814 मतदाताओं ने फॉर्म 12-डी भरा,
-इनमें से 1,242 मतदाताओं ने पोस्टल बैलट सुविधा के माध्यम से वोट डाला. 
-साथ ही, 1,19,496 मतदान कार्मिकों ने फेसिलिटेशन सेंटर्स पर पोस्टल बैलट से मतदान किया. 
-महिलाओं, युवाओं और दिव्यांगों के प्रोत्साहन के लिए विशेष बूथ

भारत निर्वाचन आयोग की पहल पर लोकतंत्र के उत्सव में युवाओं, महिलाओं और दिव्यांगों की भागीदारी के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से 768-768 युवा और महिला और 96 दिव्यांग प्रबन्धित मतदान केन्द्र बनाए गए.

-इन 12 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों  में 18-19 वर्ष आयु वर्ग के 7,98,520 मतदाताओं ने मतदान के लिए पंजीकरण कराया था.
-इन मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए मतदान केंद्रों पर सेल्फी बूथ बनाए गए थे. 
-साथ ही, ‘स्याही लगी अंगुली’ दिखाने पर  उत्पादों और सेवाओं की खरीद पर डिस्काउंट तथा कई मतदान केंद्रों पर प्रथम मतदाताओं स्क्रैच कार्ड के माध्यम से उपहार दिए गए. 
-पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को सर्टिफिकेट भी दिए गए. 
मतदान करने के बाद सेल्फी बूथ पर सेल्फी लेकर सीईओ राजस्थान की वेबसाइट पर अपलोड करने पर डिजिटल सर्टिफिकेट दिया गया. 
-रिकॉर्ड 875 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की जब्ती
-चुनाव में धन-बल का दुरुपयोग रोकने के लिए प्रदेशभर में 1 मार्च से अब तक 875.73 करोड़ रुपये मूल्य की नकदी, शराब, ड्रग्स सहित अन्य अवैध सामग्री जब्ती की गई है.
-लोकसभा आम चुनाव की आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के बाद से अब तक 777.59 करोड़ रुपये मूल्य की नकदी सहित अन्य अवैध सामग्री जब्त की गई है.

आचार संहिता उल्लंघन की 2,600 शिकायतें निस्तारित
सी-विजिल एप प्रदेशभर में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की 5,084 शिकायतें दर्ज की गईं. 
इनमें से सही पाई गई सभी 2,600 शिकायतों का तय समय में निस्तारण कर दिया गया.

बहरहाल इस कम वोटिंग प्रतिशत के कड़वे सच से सबक लेते हुए निर्वाचन विभाग और राजनीतिक दलों को दूसरे चरण में रिकॉर्ड तोड वोटिंग कैसे संभव है, इस पर खासा ध्यान देना होगा.