जोधपुर| बाप तहसील क्षेत्र से इस साल इंद्र भगवान रूठे ही रहे। बाप में गत साल भी कई गांवों में अकाल था लेकिन इस साल बहुत कम बरसात होने की वजह से तहसील क्षेत्र के 81 फीसदी गांव अकाल की चपेट में आ गए। कुछ गांवों में अगर एक बरसात अच्छी हुई तो दोबारा बरसात ही नहीं हुई। ऐसे में किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
राजस्व विभाग द्वारा इस साल करवाई गिरदावरी रिपोर्ट में कुल 229 गांवों में से 185 गांव अकालप्रभावित है। इनमें 22 ग्राम पंचायत के 136 गांवों में शत प्रतिशत खराबाहुआ। 6 ग्राम पंचायतों के 43 गांवों में 50 से 75 फीसदी तथा 6 राजस्वगांवों में 33 से 50 फीसदी खराब हुआ है। तहसीलदार रणवीरसिंह चौहान ने बताया कि गिरदावरी की रिपोर्ट राज्य सरकार को भेज दी है।
बरसात कम होने से जोधपुर जिले बाप क्षेत्र की खरीफ की फसलों में पैदावार 25 प्रतिशत होने की आशंका बनी हुई है। खरीफ की फसल निराश करेगी। जिले के बाप-फलोदी तहसीलों में 25 से 50 प्रतिशत पैदावार होगी जिसका प्रभाव जिले की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा।
कृषि विभाग ने जोधपुर जिले के बाप तहसील में वर्तमान स्थिति को देखते हुए खरीफ की फसल में सभी तहसीलों में 75 से 100 प्रतिशत तक नुकसान की आशंका जताई है। खरीफ की मुख्य फसलों में बाजरा, मूंग,मोठ,तिलहन, ग्वार और मूंगफली है, इनमें बाजरा और ग्वार का उत्पादन किसान को ही नहीं फलोदी व बाप की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करता है।