Jaipur: पर्यटकों के लिए पहली पसंद बना गुलाबी नगरी, बीते 4 दिन में 4000 विदेशी सैलानियों सहित एक लाख पर्यटक पहुंचे

जयपुर: दीपावली अवकाश और पग पग पर पावणें... गुलाबी नगर का आकर्षण ऐसा कि पर्यटक यहां खिंचे चले आते हैं. हमारी समृद्ध विरासत और सिटी वाइल्डलाइफ टूरिज्म ने समा बांध रखा है. पिछले चार दिन में राजधानी में एक लाख से ज्यादा पर्यटक आए हैं इनमें से करीब चार हजार विदेशी सैलानी भी शामिल हैं. 

जयपुर देश का एक मात्र शहर है जहां दर्जनों पर्यटन उत्पादों का संगम देखने को मिलता है. यही कारण है कि कोरोना के बाद देश में सबसे पहले जयपुर में ही पर्यटन मुख्यधारा में लौटा और मजबूती से खड़ा भी हुआ. गुलाबी नगर में राजस्थान की गौरवशाली विरासत तो देखने को मिलती ही है साथ ही आधुनिक बसावट में भी जयपुर बेजोड़ साबित हो रहा है. इसके साथ ही सिटी वाइल्डलाइफ टूरिज्म की बात करें तो जयपुर बेमिसाल है. 

विश्व विरासत में शुमार आमेर, नाहरगढ़ का सुरम्य किला, हवा महल, जंतर मंतर, जलमहल, अल्बर्ट हॉल, ईसरलाट और सिटी पैलेस जयपुर के वैभवशाली इतिहास से पर्यटकों को रूबरू कराते हैं. पर्यटकों में राजपुताना की समृद्ध विरासत से साक्षात करने की ललक इन दिनों देखते ही बनती है. दीपावली अवकाश पर दीपावली के अगले दिन से ही राजधानी में पर्यटकों की जोरदार आवक बनी हुई है. इन चार दिनों में एक लाख से ज्यादा सैलानी यहां आए, हर छोटी-बड़ी होटल बुक रही. पावणों की जोरदार आवक के चलते पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी. आमेर और हवामहल सर्वाधिक पर्यटक पहुंचे तो नाहरगढ़, जंतर मंतर और अल्बर्ट हॉल देखने भी हजारों पर्यटक आए. स्मारकों पर पर्यटकों के लिए लोक नृत्य व संगीत की महफिल सजाई गई. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रखे और विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए.

राजधानी जयपुर वाइल्डलाइफ टूरिज्म का एक बड़ा केंद्र बन गई:
कुछ वर्षों पहले तक जयपुर आने वाले पर्यटकों का आकर्षण यहां के प्राचीन किले-महल और राजपुताना का ऐतिहासिक वैभव हुआ करता था लेकिन पिछले पांच सालों में राजधानी जयपुर वाइल्डलाइफ टूरिज्म का एक बड़ा केंद्र बन गई है. अर्बन लैपर्ड्स के लिए मशहूर झालाना लैपर्ड सफारी, आमागढ़ लैपर्ड रिजर्व, कुंडा में हाथी सफारी, नाहरगढ़ में लॉयन सफारी और नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क पर्यटकों के लिए नए आकर्षण के तौर पर उभरे हैं. दुनिया में जयपुर एक मात्र ऐसा शहर है जहां शहर के बीच लैपर्ड, लॉयन और हाथी सफारी करवाई जाती हो. यहां लैपर्ड्स की साइटिंग के अवसर लगभग 90 फीसदी तक हैं जो वाइल्ड में दुनिया में सबसे ज्यादा हैं. डीसीएफ ज़ू कपिल चंद्रावल का कहना है कि बेहतर प्रबंधन और टीम वर्क के चलते लैपर्ड सफारी की लोकप्रियता बढ़ी है. राजस्थान में रणथंभौर के बाद वाइल्डलाइफ सफारी के लिए पर्यटक, वन्यजीव प्रेमी झालाना को  ही पसंद करते हैं. दीपावली अवकाया में लगातार यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ी है. उम्म्मीद की जा रही है कि नवंबर से मार्च तक यहां रिकॉर्ड पर्यटकों की आवक होगी.

प्रदेश की राजधानी देश विदेश के सैलानियों की पहली पसंद बन चुकी:
'जयपुर का जवाब नहीं...' ऐसा कहने वालों की संख्या में दिन प्रति दिन इजाफा ही हो रहा है. प्रदेश की राजधानी देश विदेश के सैलानियों की पहली पसंद बन चुकी है. कोरोना से वेंटिलेटर पर पहुंचे पर्यटन को राजस्थान ने ही संभाला है. यही कारण है कि पूरे देश में पर्यटकों की आवक में वृद्धि का सर्वाधिक प्रतिशत जयपुर और राजस्थान में ही देखने को मिला है.