Kota: आत्मदाह प्रकरण को लेकर पीड़ित परिवार और प्रशासन के बीच वार्ता, सरकारी नौकरी सहित मुआवजे की मांग

कोटा: जिले के नयापुरा थाने में युवक राधेश्याम के द्वारा आत्मदाह (self immolation) करने के मामले में आज मृतक के अंतिम संस्कार से पहले पीड़ित परिवार और जिला प्रशासन के बीच हुई वार्ता बेनतीजा रही. हालांकि वार्ता बेनतीजा रहने के बाद भी परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया. अंतिम संस्कार से पहले मृतक के परिवार और मृतक की पत्नी से कलेक्टर ओपी बुनकर और एसपी सिटी केसर सिंह शेखावत ने वार्ता की. 

पीड़ित परिवार की मांग है कि परिवार में एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए 60 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए और सरकार की ओर से बच्चों की पढ़ाई के लिए खर्चा वहन किया जाए. काफी देर तक वार्ता चलने के बाद जिला प्रशासन ने प्रावधानों के तहत ही मुआवजा देने और सरकारी नौकरी दिलाने में शिथिलता बरतने के साथ वर्तमान में परिवार में से एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने का आश्वासन दिया. 

पुलिसकर्मियों और मीडिया कर्मियों के बीच धक्का-मुक्की:

लेकिन परिवार के सदस्य इस पर राजी नहीं हुए. मृतक की पत्नी जब वापस घर लौटी तो पुलिस ने मीडिया से बातचीत करने से रोका. इस दौरान पुलिसकर्मियों और मीडिया कर्मियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई. नयापुरा थाने के बाहर तैनात किया गया पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता भी वार्ता के बाद हटा लिया गया.