जयपुर: बुधवार को भीलवाड़ा की धरती से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे चुनावी आगाज करेंगे.गुलाबपुरा में किसान सभा रखी गई हैं.सीएम अशोक गहलोत,प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा,पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा समेत प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे. आजादी के दौर के समय कांग्रेस मेवाड़ में काफी मजबूत थी.सर्वोदय और प्रजामंडल आंदोलन ने यहां स्वाधीनता की अलख जगाई.आजाद भारत के चुनावी कालखंड में तकरीबन 50सालों तक कांग्रेस का हाथ यहां की सियासत में सिर चढ़ कर बोलता रहा.
माणिक्य लाल वर्मा,रमेश चंद व्यास,शिव चरण माथुर,गिरधारी लाल व्यास सरीखे नेताओं ने कांग्रेस की जड़ों को जमाने का काम किया.रामपाल उपाध्याय,देवेंद्र सिंह ,रतन लाल तांबी,प्रणवीर व्यास ,कैलाश व्यास ,कैलाश त्रिवेदी, हगामी लाल शर्मा ,रामपाल शर्मा सरीखे नेताओं ने यहां कांग्रेस को मजबूती दी.राजस्थान विधानसभा के मौजूदा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी भी भीलवाड़ा से सांसद रह चुके ,जब सीपी जोशी विधानसभा चुनावों में एक वोट से नाथद्वारा से हार गए थे तब भीलवाड़ा संसदीय सीट ने उन्हें संबल दिया और यहां से जीतकर सांसद बने और फिर केंद्र सरकार में मंत्री .
भीलवाड़ा की सियासत:
-शाहपुरा अब नया जिला बन गया हैं
-वैसे भीलवाड़ा पुराने जिले में 7 विधानसभा सीटें है
-इनमे से पांच बीजेपी के पास और 2 कांग्रेस के पास
-संसदीय सीट की बात करे तो हिंडोली भी आता है
-यहां से विधायक हैं खेल मंत्री अशोक चांदना
-रामलाल जाट और धीरज गुर्जर के यहां अलग अलग कैम्प
-रामलाल जाट हैं राजस्व मंत्री और इलाके के सबसे प्रभावी नेता
-सीएम गहलोत के सिपहसलार है रामलाल जाट
-धीरज गुर्जर है अखिल भारतीय कांग्रेस के सचिव और प्रियंका गांधी के विश्वस्त
कोटड़ी घटनाक्रम के बाद पनपे हालात और माहौल को काबू करने में अहम भूमिका निभाई थी धीरज ने उप चुनाव जीतकर
-बीज निगम के चेयरमैन हैं धीरज गुर्जर
-वहीं भीलवाड़ा जिला डेयरी संघ पर है जाट का दबदबा
खड़गे की सभा के सियासी मायने:
-गुलाबपुरा से चार जिलों में संदेश
-भीलवाड़ा,अजमेर,केकड़ी और शाहपुरा जिले से संदेश
-मेवाड़ और मेरवाड़ा के दलित वोटों के बीच संदेश जाएगा
-शाहपुरा में बीजेपी के दिग्गज कैलाश मेघवाल की अदावत कांग्रेस को लाभ पहुंचा सकती है
-अभी मांडल और सहाड़ा से ही कांग्रेस विधायक
-भीलवाड़ा,आसींद,मांडलगढ़,जहाजपुर, शाहपुरा से बीजेपी विधायक
-सभी विधानसभा सीटों पर दलित वोट 20 हजार से अधिक
आज भले ही भीलवाड़ा में कांग्रेस के प्रभावी नेता हैं लेकिन सीटों का संख्याबल कांग्रेस के पक्ष में नही हैं.इसलिए ही खड़गे की सभा आसींद विधानसभा में आने वाले बड़े कस्बे गुलाबपुरा में रखी गई हैं.