जयपुर: विधानसभा का सत्र 14जुलाई से शुरू हो रहा है. मौजूदा विधायकों के लिए ये सत्र खास रहने वाला है. महंगाई राहत कैंप और कल्याणकारी योजनों के दम पर कांग्रेस विधायक दल ने बीजेपी को काउंटर करने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. चुनावी सरगर्मियां के कारण सदन की भावी बैठके हंगामेदार रहेगी. गुलाब चंद कटारिया की कमी खलेगी.
15 वीं राजस्थान विधानसभा के अष्टम सत्र की फिर से बैठक 14 जुलाई को शुरू होगीं. विधान सभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी ने14 जुलाई को 11 बजे बैठक बुलाई है. विधान सभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा द्वारा राजपत्र में 5 जुलाई को अधिसूचना प्रकाशित करवाई गई. अष्टम सत्र की बैठक 21 मार्च को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित की गई थी. पन्द्रहवीं राजस्थान विधान सभा का आठवां सत्र 23 जनवरी से प्रारम्भ हुआ था. मौजूदा सत्र की बैठकें हंगामेदार होना तय. नए नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की अगुवाई में बीजेपी विधायक दल आक्रमक तेवरों के साथ मैदान में उतरेगा. कानून व्यवस्था ,महंगाई राहत कैंप , करप्शन जैसे मुद्दों पर विपक्षी खेमा तैयार है सदन के अंदर और सदन के बाहर प्रदर्शनों को लेकर बीजेपी की रणनीति बन रही है. उधर सत्ताधारी दल कांग्रेस अपने किए कामों के जरिए विपक्ष को काउंटर करने की तैयारी में है.
-- विधानसभा सत्र और कांग्रेस की रणनीति ---
- अनुभवी नेता गुलाब चंद कटारिया की कमी का सियासी लाभ कांग्रेस उठाएगी
- मुखमंत्री अशोक गहलोत नवीनतम घोषणाओं से विपक्षी धार को कुंद करने का काम करेंगे
- महंगाई राहत कैंप को बतौर हथियार सदन में कांग्रेस करेगी बीजेपी के खिलाफ इस्तेमाल
- अशोक गहलोत की कल्याणकारी योजनाओं को बताने का काम करेंगे सत्ता पक्ष के विधायक
- गहलोत नई घोषणाओं का ऐलान कर सकते है
बहरहाल बीजेपी के पास यही आखिरी अवसर है सदन के अंदर कांग्रेस सरकार को घेरने का वही कांग्रेस सरकार के पास भी यही अंतिम अवसर है नई घोषणाओं का पिटारा खोलने का पिछली सरकार में एक स्लोगन चर्चा में आया था. जाने क्या दिख जाए " अब मौजूदा राज में आम जन के बीच ये बात प्रचलित है अशोक गहलोत कब कौनसी घोषणा कर देंगे. जाहिर है प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत में की घोषणा का अपना महत्व है.