USA: भारतीय मूल के दो इंजीनियर के खिलाफ जातिगत भेदभाव का मामला हुआ खारिज

वाशिंगटन: कैलिफोर्निया नागरिक अधिकार विभाग (सीआरडी) ने सीस्को कंपनी में कार्यरत भारतीय मूल के दो इंजीनियर के खिलाफ जातिगत भेदभाव का मामला खारिज कर दिया है. सिस्को और सीआरडी के बीच दो मई को इस संबंध में मध्यस्थता बैठक होनी है.

हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (एचएएफ) के कार्यकारी निदेशक सुहाग शुक्ला ने कहा कि भारतीय मूल के दो अमेरिकी नागरिक करीब तीन साल से अंतहीन जांच के भयावह अनुभव का सामना कर रहे थे. सीआरडी ने उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाते हुए उन पर जातिगत भेदभाव के आरोप लगाए और और मीडिया में उन्हें इसके लिए दोषी ठहराया गया, जिसके कारण उन्हें ऑनलाइन अपमान का सामना करना पड़ा.’’

सीआरडी का मामला असंवैधानिक और गलत:
शुक्ला ने कहा कि हमें खुशी है कि (सुंदर) अय्यर और (रमण) कोम्पेला के साथ हमारे दृष्टिकोण को भी सही ठहराया गया है. एचएएफ ने ‘यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट’ में याचिका दायर कर दावा किया था कि सिस्को और इंजीनियरों के खिलाफ कैलिफोर्निया में रहने वाले हिंदुओं के नागरिक अधिकारों के उल्लंघन से संबंधित सीआरडी का मामला असंवैधानिक और गलत है.

मामला खारिज होने के फैसले का स्वागत किया: 
अदालत में दी गई जानकारी के अनुसार, अय्यर पर जाति के आधार पर उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था, जबकि इस बात के सबूत हैं कि उन्होंने ‘‘जॉन डो’’ नामक दलित को अच्छे शुरुआती पैकेज पर भर्ती किया था. सीआरडी ने यह मुकदमा डो की ओर से ही दायर किया था. कोलिशन ऑफ हिंदूज ऑफ नॉर्थ अमेरिका ने भी मामला खारिज होने के फैसले का स्वागत किया है. सोर्स-भाषा