CM सुक्खू ने केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश के लिए आपदा कोष बढ़ाने का किया आग्रह

शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्र सरकार से राज्य के लिए आपदा निधि बढ़ाने का अनुरोध किया है क्योंकि यह प्रदेश् दुर्गम स्थलाकृति और जलवायु स्थितियों के कारण विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से कमजोर है.

वह केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह द्वारा रविवार को वर्चुअल माध्यम से मंडी जिले के मुरारी देवी और चंबा जिले के जोत में डॉपलर मौसम रडार स्थापित करने के बाद उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे. यहां जारी एक बयान के अनुसार, शिमला के समीप कुफरी में 15 जनवरी 2021 को डॉपलर मौसम रडार लगाया गया और इन दो अतिरिक्त रडार के साथ ही राज्य का 70 प्रतिशत इलाका मौसम पूर्वानुमान के तहत आएगा.

बिजली परियोजनाओं को काफी नुकसान पहुंचाया:
सुक्खू ने कहा कि आदिवासी किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों का करीब 30 फीसदी क्षेत्र इन रडार के दायरे में नहीं आएगा. उन्होंने केंद्रीय राज्यमंत्री से इन जिलों के लिए अतिरिक्त रडार उपलब्ध कराने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि हाल के वर्षों में किन्नौर जिले में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है इसलिए यह अहम है कि पहले ही एहतियाती कदम उठाते हुए उचित मौसम पूर्वानुमान व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा कि बादल फटने की इन घटनाओं ने इलाके में खासतौर से बिजली परियोजनाओं को काफी नुकसान पहुंचाया है.

ओलावृष्टि का पूर्वानुमान लगा पाएंगे:
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये रडार सभी दिशाओं में 100 किलोमीटर के दायरे में भारी बारिश, गरज के साथ छीटें और ओलावृष्टि का पूर्वानुमान लगा पाएंगे तथा राज्य के लिए क्षेत्र विशेष पूर्वानुमान तथा चेतावनी में सुधार लाने में मददगार होंगे. उन्होंने कहा कि इससे मौसम निगरानी क्षमताएं भी बढ़ेंगी और सटीक आकंड़ें मिलेंगे जिससे प्रशासन को मौसम संबंधी आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान को कम करने के लिए पहले से बंदोबस्त करने में मदद मिलेगी. सोर्स-भाषा