डॉक्टर-इंजीनियर देने में सबसे आगे कोचिंगसिटी कोटा, पूर्वोत्तर से लेकर सुदूर पश्चिमी तक विद्यार्थियों में वहीं पुराना क्रेज, देखिए खास रिपोर्ट

कोटाः दाखिलों के दौर ने कोचिंगसिटी कोटा में कोचिंग और इस पर आश्रित कारोबारियों के चेहरों पर मुस्कान की कुछ लकीरें खींचने का काम किया हैं और इसकी वजह हैं,कोचिंगसिटी कोटा का कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और पूर्वोत्तर से लेकर सुदूर पश्चिमी भारतीय राज्यों तक के विद्यार्थियों का इंजीनियरिंग और मेडिकल कोचिंग के लिये वहीं पुराना क्रेज. देखिये किस तरह से एक बार फिर देश की कोचिंग कैपिटल बनता जा रहा कोटा-

कोटा कोचिंग फिर से दगुलजार होती दिख रही हैं. देश को डॉक्टर-इंजीनियर देने की खान कहे जाने वाले शहर कोटा में एलन समेत 10 बडे़ और 50 के आसपास छोटे कोचिंग सेन्टर संचालित होते हैं. यहां इन स्टूडेन्ट्स के लिये 4 हजार से अधिक कोचिंग हॉस्टल और 25 हजार से अधिक पेइंग गेस्टहाउस रुम्स भी संचालित हैं. पिछले कुछ समय से लेकिन कोटा के प्रमुख कोचिंग संस्थानों के दिल्ली,लखनऊ,कानपुर समेत देश के कई बड़े और प्रमुख शहरों में ब्रांच सेन्टर खुलने और कई नये कोचिंग संस्थानों के विस्तार से इस साल स्टूडेन्ट्स के इतनी बड़ी तादाद में कोटा नहीं आने को लेकर जाहिर की जा रही आशंकाओं ने कोचिंग संचालकों से लेकर इस पर आश्रित कारोबारियों तक को परेशान कर रखा था. लेकिन अब मिशन-एडमिशन का आंकड़ा कोचिंगसिटी के रुके कदम बढने की भरोसा दिला रहा हैं.

कोटा कोचिंग में प्रवेश के लिये एक बार फिर से उमङ रही स्टूडेन्ट्स की ये भीड़ कोचिंग और इस पर आश्रित सभी तरह के कारोबारों और खासकर हस्टल संचालकों को फील गुड करा रही हैं. दाखिलों के दौर में दावा किया जा रहा हैं कि अभी तक 80-85 हजार के पार जा चुका कोटा में कोचिंग स्टूडेन्ट्स के दाखिलों का आंकड़ा अब तेजी से बढेगा--हालांकि ये कहना मुश्किल हैं कि क्या ये फिगर पिछली बार के इस शहर के स्टूडेन्ट्स के आंकङे 2 लाख के करीब पहुंच पायेगा या नहीं. चूंकि अभी कई राज्यों के बोर्डो के परिणाम आ रहे हैं तो आने वाले दिनों में इस आंकङे के ऊपर की तरफ जाने की ही उम्मीदें जरुर की जा रही हैं.

केंद्रशासित प्रदेशों के अलावा देश के करीब 25 राज्यों के स्टूडेन्ट्स का मेडिकल-इंजीनियरिंग कोचिंग के लिये पहली पसंद कोटा रहता आया हैं.  इस साल की बात करें तो देश में मेडिकल कोचिंग के लिये 25 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने आवेदन किया हैं जो अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक एक कीर्तिमान हैं वहीं इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में भी इस वर्ष करीब 15 लाख एप्लीकेशन हैं..ऐसे में मेडिकल-इंजीनियरिंग कोचिंग के हब कोटा में भी इसी अनुपात में दाखिलों का आंकड़ा बेहतर होने और बढने की उम्मीदें की जा रही हैं. बहरहाल ये देखना दिलचस्प होगा कि मिशन-एडमिशन का ये शुरुआती आंकङा कोटा में इस साल कोचिंग स्टूडेन्ट्स के दाखिलों का नंबर कहां तक पहुंचा पाता हैं.