लंदन। देश के विभिन्न बैंकों के 9 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का बकाया चुकाए बिना देश से चंपत हुए शराब कारोबारी विजय माल्या भारत के लिए भले ही एक भगौड़ा है। लेकिन लंदन का एक गांव ऐसा भी है, जहां के लोग उसे न सिर्फ हीरो ही मानते हैं, बल्कि उनके लिए वो भगवान के समान है। आपको ये सुनकर आश्चर्य जरूर हो रहा होगा, लेकिन ये सौ फीसदी सच है। क्योंकि, गांव में रहने वाले अरबपति परिवार नहीं चाहते कि माल्या को प्रत्यर्पित किया जाए।
दरअसल, लंदन से करीब 48 किलोमीटर दूर टेविन गांव में माल्या का घर है और यहां के लोगों की नजर में वह एक हीरो के समान है। हाल ही में माल्या ने इस गांव को एक क्रिसमस ट्री गिफ्ट किया है, जिसके कारण यहां लोगों की नजर में माल्या का सम्मान काफी बढ़ गया है।
क्राउन पब के बारमैन रोज़ का कहना है कि वह इस गांव के लिए महान संपत्ति की तरह हैं। हम उनके जैसे इंसान को पाकर खुश हैं। यह काफी प्रभावित करने वाला है कि वह फॉर्म्युला वन से जुड़े हैं। बारमैन ने कहा कि भगवान माल्या का भला करें, मैं उम्मीद करता हूं कि वह मेरे पब में आए।
बार में मौजूद एक अन्य शख्स का कहना है कि आपने मनी लॉन्ड्रिंग और ऐसी ही तरह की दूसरी बातें सुनी होंगी। यह सुना होगा कि माल्या बहुत मुसीबत में है। वह यहां नहीं आते, वह प्लूम जाते हैं, जहां दो वक्त का खाना 860 रुपये में मिलता है।' वह मजाकिया अंदाज में कहता है कि 'संभवतः उनके मनी लॉन्ड्रिंग की वजह से। उन्होंने अपनी दीवाली पार्टी पर प्लूम स्टाफ को बुलाया था।
उल्लेखनीय है कि विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस पर करीब 9000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। यह कर्ज एसबीआई की अगुवाई वाले 17 बैंकों के समूह ने दिया था। पिछले साल मार्च में माल्या भारत से निकल गए थे। उससे पहले उन्होंने यूएसएल के साथ डील की थी, जिसमें उन्हें कंपनी से हटने के एवज में 500 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम मिली थी और उस वक्त रही किसी भी 'पर्सनल लायबिलिटी' से वह मुक्त कर दिए गए थे, तबसे माल्या ब्रिटेन में है।
माल्या के लंदन चले जाने की खबरों के बाद भारत ने ब्रिटेन सरकार से माल्या को भारत भेजने की अपील की थी। भारत की मांग पर सुनवाई करते हुए लंदन प्रशासन ने माल्या को रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उसे जमानत मिल गई थी और फिलहाल वह जमानत पर बाहर है।