राजस्थान में गणगौर के पर्व की धूम, घर-घर गली मोहल्ले में हो रही गौर-ईसर की पूजा, शाही लवाजमे के साथ निकलेगी गणगौर माता की सवारी

जयपुरः राजस्थान के बड़े त्योहारों में शुमार एक नाम गणगौर का भी है. प्रदेश में आज गणगौर के पर्व की धूम है. और लोग हर्षोउल्लास के साथ गणगौर मना रहे है. घर-घर गली मोहल्ले में गौर-ईसर की पूजा हो रही है. ऐसे में आज इस खास मौके पर जगह-जगह गणगौर की सवारी के साथ मेला भरता है. जयपुर में गणगौर की ऐतिहासिक शाही सवारी निकलेगी. सिटी पैलेस की जनानी ड्योड़ी से गणगौर की सवारी निकलेगी. 

शाही लवाजमे के साथ गणगौर माता की सवारी निकलेगी. आज शाम 5.45 बजे शोभायात्रा निकलेगी. त्रिपोलिया पर शोभायात्रा का आयोजन क्रार्यक्रम होगा. इस दौरान लोक कलाकार विभिन्न प्रस्तुतियां देंगे. छोटी चौपड़ पर 40 महिला कलाकारों द्वारा घूमर नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी. जिसको लेकर उप निदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने  जानकारी दी. 

भगवान शंकर और पार्वती के रूप में गौर-ईसर की पूजा होती है. गणगौर-सुखी दाम्पत्य जीवन का पर्व, इसे सुहाग का पर्व भी कहा जाता है. जगह-जगह गणगौर की सवारी के साथ मेला भरता है. जयपुर में गणगौर की  ऐतिहासिक शाही सवारी निकलेगी. 263 साल से अपने पीहर जयपुर में अकेली गणगौर पूजी जा रही है. किशनगढ़ महाराजा बहादुर सिंह जयपुर से ईसर जी लूटकर ले गए और ईसरजी की पूजा किशनगढ़ किले के अंदर कर दी गई. तब से जयपुर जनानी ड्योढी में अकेले गणगौर की पूजन हो रहा है. 

होली के दूसरे दिन से सोलह दिनों तक लड़कियां पूजा करती है. विवाहिता शादी के प्रथम वर्ष पीहर में गणगौर की पूजा करती है. जयपुर में आज और कल गणगौर की शाही सवारी निकलेगी.