Rajasthan News: दौसा जिले के मोरेल बांध की नहरों पर तैनात होंगे गार्ड, टेंडर किया गया जारी

जयपुर: रबी की फसल को सिंचाई का पानी देने के लिए कहीं पुलिस पहरे में चौकीदारी की जा रही है तो कहीं ठेका कर्मचारी लगाकर पानी दिया जा रहा है. अब दौसा जिले के मोरेल बांध की नहरें खोलने और बंद करने के लिए कर्मचारी लगाए जाएंगे. निविदा हो चुकी है और चंद दिनों में कर्मचारी नहरों को खोलने का काम संभालेंगे ताकि अंतिम छोर तक किसान को पानी दिया जा सके.

जल संसाधन विभाग दौसा खंड के अधिशासी अभियंता मांगीलाल ने बताया कि मोरेल बांध से लालसोट और माधोपुर के 6700 हेक्टर में सिंचाई का पानी दिया जाता रहा है पिछले दिनों मावठ के बाद किसानों ने पानी की डिमांड बंद कर दी थी. लेकिन अब सप्ताह भर के भीतर फिर से सिंचाई का पानी खोला जाएगा. इस दौरान अंतिम छोर तक किसानों को पानी देने के लिए कर्मचारी तैनात किए जाएंगे. यह ठेका कर्मचारी नहरों को खोलने और बंद करने का काम करेंगे. तय समय के अनुसार नहरों के गेट खोले जाएंगे ताकि सबको सिंचाई का पानी मिल सके. करीब 32 किलोमीटर के दायरे में पानी खोला जाएगा और इस दौरान 16 कर्मचारी लगाए जा सकते हैं जो  गेटों को खोलकर सिंचाई का पानी आगे बढ़ाएंगे. 

उल्लेखनीय है कि किसानों को दिवाली से पहले ही सिंचाई का पानी देने की शुरुआत कर दी गई थी और प्रदेश के ढाई हजार से अधिक गांवों और कस्बों को सिंचाई का पानी दिया जा रहा है ताकि इस बार रबी की फसल बेहतर तरीके से हो सके और किसानों की मांग भी पूरी की जा सके. बता दें कि अगस्त में मानसून की बेरुखी के चलते किसानों को मायूसी हाथ लगी थी और उसके बाद से ही सिंचाई के पानी की डिमांड की जा रही है. करीब करीब सभी बांधों और नर्मदा नहर से किसानों को सिंचाई का पानी दिया जा रहा है.