Biperjoy के कारण वीरान पड़ा है जखाऊ बंदरगाह

जखाऊ : बिपारजॉय चक्रवात के आगमन से पहले गुजरात के व्यस्ततम बंदरगाहों में से एक जखाऊ बंदरगाह सुनसान पड़ा है, समुद्र अशांत है, तेज हवाएं चल रही हैं और भारी बारिश हो रही है. 'अत्यंत गंभीर चक्रवातीय तूफान' बिपरजॉय के पंद्रह जून को बंदरगाह से टकराने का अनुमान है, जिसके मद्देनजर आम लोगों को बंदरगाह के आसपास से हटा दिया है. फिलहाल बंदरगाह के पास कुछेक कर्मी ड्यूटी पर तैनात हैं.

मछली पकड़ने वाली सैकड़ों नावों को लाया गया तट पर 

मछली पकड़ने वाली सैकड़ों नावों को तट पर लाया गया है और उन्हें प्रकृति के आसन्न प्रकोप से बचाने की उम्मीद में कतारों में खड़ा कर दिया गया है. बंदरगाह पर तैनात भारतीय तट रक्षक और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को छोड़कर किसी को भी यहां प्रवेश करने की अनुमति नहीं है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि चक्रवात जखाऊ के पास दस्तक देगा.

किसी को भी बंदरगाह में प्रवेश करने की अनुमति नहीं

जखाऊ बंदरगाह के अधिकारी विनोद जोशी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, 'कर्मचारियों और मछुआरों समेत सभी लोगों को बंदरगाह से हटा दिया गया है. किसी को भी बंदरगाह में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है.' उन्होंने कहा कि हमने चक्रवात के बाद राहत के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं. अर्थमूवर, जेसीबी, पानी के टैंक, ईंधन और अन्य सभी आवश्यक चीजों को तैयार रखा गया है. ये प्रबंध चक्रवात के बाद होने वाले कार्यों के लिए किए गए हैं.अधिकारियों ने कहा कि यहां जखाऊ बंदरगाह पर मछली पकड़ने वाली 522 नौकाएं अधिकारियों के पास पंजीकृत हैं.

बंदरगाह से सभी लोगों को निकालकर जखाऊ स्कूल में स्थानांतरित कर दिया

जखाऊ बंदरगाह के मछुआरा एवं नौका संघ के अध्यक्ष अब्दुलशाह पीरजादा ने कहा कि वे क्रेन का उपयोग करके मछली पकड़ने की लगभग 70 नावों को तट पर लाए हैं. एपीरजादा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि हम इस बात को लेकर ज्यादा आशंकित हैं कि चक्रवात से हमारी नौकाओं का क्या होगा? मुझे उम्मीद है कि चक्रवात समुद्र में ही कमजोर पड़ जाएगा. जखाऊ गांव के पूर्व सरपंच अली मोहम्मद खुरेजा ने कहा कि बंदरगाह से सभी लोगों को निकालकर जखाऊ स्कूल में स्थानांतरित कर दिया गया है. जखाऊ गांव बंदरगाह से 12 किमी दूर स्थित है. सोर्स भाषा