Independence Day 2023: लाल किले की प्राचीर से PM मोदी बोले- आतंकी हमलों में कमी आई, मेरा सपना गांव में दो करोड़ दीदी को लखपति बनाने का

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर 10वीं बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया. उसके बाद उन्होंने राष्ट्र के नाम संबोधित करते हुए कहा कि मने अलग आयुष मंत्रालय बनाया. आज योग और आयुष अलग परचम लहरा रही है. मत्स्य पालन हमारे कोटि कोटि मछुआरों का कल्याण भी हमारे मन में है. इसलिए हमने अलग मंत्रालय की रचना की. ताकि समाज के लोग पीछे रह गए, उन्हें भी साथ ले सकें. 

उन्होंने कहा कि देश के कोने कोने में हमने अलग सहकारिता मंत्रालय बनाया. ताकि गरीब से गरीब की सुनवाई वहां हो. ताकि वह भी राष्ट्र के योगदान में हिस्सा दे सके. गरीब कल्याण के लिए ज्यादा से ज्यादा धन खर्च करने की योजना बनाई. आज देश का सामर्थ्य बढ़ रहा है. पाई पाई गरीब के लिए खर्च करने वाली सरकार हो, तो परिणाम क्या आता है, वो देखा जा सकता है. मैं 10 साल का हिसाब तिरंगे के नीचे से दे रहा हूं. 

प्रधानमंत्री ने कहा कि यूरिया सस्ती मिले, इसके लिए देश की सरकार 10 लाख करोड़ रुपये यूरिया में सब्सिडी दे रहा है. मुद्रा योजना 20 लाख करोड़ रुपये युवाओं को अपने कारोबार के लिए दिए हैं. 8 करोड़ लोगों ने अपना कारोबार शुरू किया है. हर कारोबार ने 1-2 लोगों को रोजगार दिया है. वन रैंक वन पेंशन योजना सेना के नायिकों और उनके परिवार के जेबों में पहुंचा है. हर कैटेगरी में पहले की तुलना में अनेक गुणा धन का इस्तेमाल भारत के भाग्य को बदलने के लिए हुआ है. पीएम मोदी ने कहा, मेरे परिवारजनों जब 13.5 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकलते हैं, तो कैसी कैसी योजनाएं मिली हैं. पीएम स्वानिधी योजना, आवास योजना से लाभ मिला है. 

देशभर में 10 हजार से बढ़ाकर 25000 जनऔषधी केंद्र खोलने जा रहे:
पीएम मोदी ने कहा कि देशवासियों को कहना चाहता हूं देशभर में 10 हजार से बढ़ाकर 25000 जनऔषधी केंद्र खोलने जा रहे हैं. देश आने वाले 5 सालों में 3 वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में एक होगा. लालकिले की प्राचीर से पीएम मोदी ने ऐलान किया कि अगले महीने पारंपरिक कौशल वाले लोगों के लिए विश्वकर्मा योजना लॉन्च करेंगे. विश्वकर्मा योजना में 15 हजार करोड़ रुपये लगाएंगे. हमनें आयुष्मान भारत योजना के तहत 70 हजार करोड़ रुपये लगाए. 

ये भारत ना रुकता है, न थकता है, न हंफ्ता है और न ही हारता है:
प्रधानमंत्री ने कहा कि 25 साल से देश में चर्चा चल रही थी कि नया संसद भवन बनेगा. यह मोदी है जिसने समय के पहले संसद बनाकर रख दिया. यह एक ऐसी सरकार है जो काम करती है, जो निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करती है. ये नया भारत है. यह एक ऐसा भारत है जो आत्मविश्वास से भरा है...ये भारत ना रुकता है, न थकता है, न हंफ्ता है और न ही हारता है. पूरी दुनिया को मंहगाई ने दबोच रखा है लेकिन भारत ने महंगाई को नियंत्रित रखने के लिए भरपूर प्रयास किए. हमने देश में महंगाई पर काबू पाने के लिए कई कदम उठाए हैं और इस दिशा में हमारा प्रयास जारी रहेगा.

  

मेरा सपना है गांव में दो करोड़ दीदी को लखपति बनाने का:
लालकिले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा, मेरा सपना है गांव में दो करोड़ दीदी को लखपति बनाने का है. इसलिए हम नई योजना के बारे में सोच रहे हैं. एग्रीकल्चर फील्ड में टेक्नोलॉजी जाएंगे. ड्रोन की सर्विस उपलब्ध कराने के लिए हम इन्हें ट्रेनिंग देंगे. देश हर क्षेत्र में विकास कर रहा है. देश आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है. पीएम मोदी ने कहा, भारत की एकता को जीना, भारत की एकता को आंच आए न ऐसी मेरी भाषा होगा न मेरा ऐसा कदम होगा, इस सोच से आगे बढ़ना है. हम सबको एकता के भाव के साथ आगे बढ़ना है. हमें हमारे देश को विकसित देश के रूप में देखना है, तो श्रेष्ठ भारत को जीना होगा. 

आतंकी हमलों में कमी आई:
पीएम मोदी ने कहा कि आए दिन हम लोग चर्चा करते थे कि यहां धमाका हुआ, वहां धमाका हुआ. हर कहीं लिखा होता था कि इस सामान को हाथ न लगाएं. आज देश सुरक्षा की अनुभूति कर रहा है. जब सुरक्षा-शांति होती है तब प्रगति के नए अरमान हम पूरे कर सकते हैं. सीरियल बम धमाकों का जमाना अब बीते हुए कल की बात हो गई है. आज देश में आतंकी हमलों में भारी कमी आई है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बहुत बड़ा बदलाव आया है. 

मेरा-पराया के कारण देश के कुछ हिस्से प्रभावित रहे:
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरा-पराया के कारण देश के कुछ हिस्से प्रभावित रहे हैं. हमें क्षेत्रीय आकांक्षाओं को सम्मान देना है. अगर हमारे शरीर का कोई अंग अविकसित, दुर्बल रहे तो स्वस्थ नहीं माना जाएगा. भारत माता का कोई हिस्सा अविकसित है तो हम उसे स्वस्थ नहीं मान सकते. भारत लोकतंत्र की जननी है, विविधता से भरा हुआ है. अगर घटना मणिपुर में होती है तो पीड़ा महाराष्ट्र में होती है. अगर बाढ़ असम में आती है तो केरल बेचैन हो जाता है. जब आज हम अफगानिस्तान से गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूप को लाते हैं तो देश को गर्व होता है. जब कोई सिख भाई दुनिया में लंगर लगाता है तो देश का सीना चौड़ा हो जाता है.