मानसिक पहलू पर काम रहे मैक्सवेल, भारत में सिर्फ बल्लेबाज के रूप में खेलेंगे मिशेल मार्श

मेलबर्न: तीन महीने के अंतराल के बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी कर रहे ग्लेन मैक्सवेल ‘मानसिक मजबूती’ वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं लेकिन भारत के खिलाफ महत्वपूर्ण एकदिवसीय श्रृंखला की तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ रहे. भारत में ही इसी साल एकदिवसीय विश्व कप भी होना है.

ऑलराउंडर मैक्सवेल, मिशेल मार्श और तेज गेंदबाज झाय रिचर्डसन ने चोट के कारण लंबे समय तक बाहर रहने के बाद गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया की 16 सदस्यीय एकदिवसीय टीम में वापसी की. मैक्सवेल के पैर में फ्रेक्चर हो गया था. उन्होंने कहा कि इस सप्ताह दक्षिण ऑस्ट्रेलिया पर शेफील्ड शील्ड में विक्टोरिया की जीत के दौरान क्रिकेट में वापसी करने के बाद वह अब भी खेल के मानसिक पहलू से सामंजस्य बैठाने का प्रयास कर रहे हैं.

मैं मानसिक रूप से उस स्थिति में नहीं था:
‘क्रिकेट.कॉम.एयू’ ने मैक्सवेल के हवाले से कहा कि शील्ड मैच के दौरान शायद बल्लेबाजी करते हुए मैं मानसिक रूप से उस स्थिति में नहीं था. उन्होंने कहा कि नेट में आप कड़ी मेहनत कर सकते हैं लेकिन मैच के दौरान उस मानसिकता को वापस लाना स्पष्ट रूप से एक अलग बात है. मैक्सवेल ने कहा कि शायद यह कुछ ऐसा है जिस पर मैं अगले कुछ मैचों में काम करूंगा.

अधिक से अधिक मुकाबलों में खेलने का फैसला किया:
यही कारण है कि इस 34 वर्षीय ऑलराउंडर ने अक्टूबर-नवंबर में भारत में एकदिवसीय विश्व कप से पहले लय में आने के लिए ऑफ सत्र के दौरान अधिक से अधिक मुकाबलों में खेलने का फैसला किया है. मैक्सवेल ने कहा कि साढ़े तीन महीने तक नहीं खेलने के बाद मैंने फैसला किया कि साल के अंत में होने वाले विश्व कप से पहले मैं अपने कैलेंडर को क्रिकेट से भर दूं. उन्होंने कहा कि हमें एकदिवसीय श्रृंखला खेलनी है जो भारत में विश्व कप को देखते हुए एक बड़ी श्रृंखला होगी और हमारे लिए कुछ चीजों को आजमाने तथा काम करने और अपनी योजना तैयार करने का एक अच्छा अवसर होगा. साथ ही इसके बाद आईपीएल होगा.

करियर बढ़ाने के लिए सर्जरी कराने का फैसला किया:
मैक्सवेल को उम्मीद है कि चोट के कारण मिला ब्रेक उनके करियर को लंबा करने में मदद करेगा. मार्श ने हालांकि स्पष्ट किया कि फिलहाल वह गेंदबाजी करके अपने करियर को जोखिम में नहीं डालना चाहते हैं और भारत में उनके केवल बल्लेबाज के रूप में खेलने की संभावना है. इस 31 वर्षीय ने कहा कि उन्होंने एक ऑलराउंडर के रूप में अपना करियर बढ़ाने के लिए सर्जरी कराने का फैसला किया.

एक ऑलराउंडर के रूप में खेलना पसंद है: 
उन्होंने कहा कि मैंने अभी तक गेंदबाजी शुरू नहीं की है इसलिए हम अगले कुछ हफ्तों में प्रगति करेंगे. मैं एक बल्लेबाज के रूप में खेलने के लिए आश्वस्त हूं, लेकिन मुझे हमेशा से एक ऑलराउंडर के रूप में खेलना पसंद है, गेंदबाजी मुझे हर समय खेल में बनाए रखती है और जब तक संभव हो तब तक मैं एक ऑलराउंडर बना रहूंगा. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैच की एकदिवसीय श्रृंखला 17 मार्च को मुंबई में शुरू होगी जबकि अगले दो मैच 19 मार्च को विशाखापत्तनम और 22 मार्च को चेन्नई में खेले जाएंगे. सोर्स-भाषा