जल जीवन मिशन घोटाले में अब CBI की एंट्री, 900 करोड़ रुपए के घोटाले में CBI ने की FIR दर्ज

जयपुर: प्रदेश में हुए  900 करोड़ के जलजीवन मिशन घोटाले में अब सीबीआई की एंट्री हो गई है. सीबीआई ने जलदाय विभाग के एक्सईएन विशाल सक्सेना, श्रीश्याम ट्यूबवेल कंपनी के प्रोपराइटर पदमंचद जैन, श्रीगणपति ट्यूबवेल कंपनी शाहपुरा के प्रोपराइटर महेश मित्तल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. 

साथ ही सीबीआई ने एफआईआर में अज्ञात सरकारी एवं गैर सरकारी लोगों को भी शामिल माना है. सीबीआई के सब इंसपेक्टर योगेश कुमार ने एक शिकायत के आधार पर प्रारंभिक जांच करके एक फरवरी 2024 को सीबीआई को एफआईआर दर्ज करने की शिकायत दी. 

वहीं राजस्थान सरकार के गृह विभाग ने 18 मार्च को तथा केंद्र सरकार ने 22 अप्रैल को इस मामले में सीबीआई को पत्र लिखा. इसके बाद सीबीआई ने तीन मई को एफआईआर दर्ज कर ली. सीबीआई ने आईपीसी की धारा 120 बी, 167, 419, 420, 471 के तहत आपराधिक षडयंत्र रचने, धोखाधड़ी, चीटिंग, षडयंत्र पूर्वक फर्जी कागजात बनवाने के आरोप तय किए है. 

सीबीआई ने इंसपेक्टर मुकेश बंसल को इस पूरे मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है. जांच के दौरान सीबीआई के अधिकारी पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी, एसीएस सुबोध अग्रवाल, जलदाय विभाग के चीफ इंजीनियर सहित अन्य अधिकारियों, ठेकेदारों व महेश जोशी के नजदीकियों से फिर से पूछताछ कर सकती है.