Delhi Air Pollution: दिवाली के दूसरे दिन जहरीली हवा ने घोंटा दम, पॉल्यूशन ने खतरनाक लेवल 400 किया पार, जानें आज का AQI

नई दिल्लीः दिल्ली में दिवाली के बाद हवा का स्तर दिन प्रति दिन जहरीला होता जा रहा है. पॉल्यूशन के बढ़ते लेवल ने लोगों का सांस लेना मुश्किल कर दिया है. प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने मंगलवार के आंकड़ों को जारी कर दिया है. इससे पहले बीते सोमवार को तीन इलाकों में हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज की गयी. 13 नवंबर को सुबह 7 बजे दिल्ली का ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 275 था. 14 नवंबर को सुबह 9 बजे रियल टाइम AQI 361 रिकॉर्ड किया गया. कई इलाकों में यह आंकड़ा 400 के पार पहुंच गया. 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, अभी भी दिल्ली में हवा का स्तर खतरनाक स्तर पर है.  मंगलवार को आरके पुरम में 417, पंजाबी बाग में 410, आईटीओ पर 430 और जहांगीरपुर इलाके में 428 एक्यूआई दर्ज हुआ है. वहीं  जहांगीरपुरी में सबसे अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया. 

बारिश के बाद एक बार फिर उछालः
दिल्ली में 9 और 10 नवंबर को बारिश की वजह से हवा में प्रदूषण का स्तर 50% कम हो गया था. 11-12 नवंबर को दिल्ली में AQI 250 से कम था, लेकिन 13 नवंबर सुबह 6 बजे जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में रियल टाइम AQI 910, लाजपत नगर में 959 और करोल बाग में 779 दर्ज किया गया. 

दिवाली के बाद राज्य में प्रदूषण का स्तर काफी हाई दर्ज किया गया. इसमें जहांगीरपुरी में 419, मुंडका व आरके पुरम में 403 एक्यूआई दर्ज किया गया. वहीं, रोहिणी के अलावा 29 इलाकों में वायु सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया. इनमें रोहिणी में 400 वजीरपुर में 398, आईजीआई एयरपोर्ट टर्मिनल 3 व एनएसआईटी द्वारका में 397, नरेला में 398, बवाना में 394 व आया नगर में 393 एक्यूआई दर्ज किया गया, यह बेहद खराब श्रेणी है. मौसमी बदलाव के चलते दो इलाकों में वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई. इसमें विवेक विहार 293 व दिलशाद गार्डन में 251 एक्यूआई दर्ज किया गया. 

सरकार प्रदूषण रोकने के लिए कर चुकी ये उपायः
दिल्ली से बाहर रजिस्टर्ड ओला-उबर सहित ऐप बेस्ड दूसरी टैक्सियों की एंट्री पर बैन है. राज्य में सिर्फ दिल्ली रजिस्टर्ड ऐप बेस्ड टैक्सियां की चलाने की अनुमति है.
दिल्ली में कंस्ट्रक्शन पर पाबंदी है. सड़क, हाईवे, फ्लाइओवर, ओवर ब्रिज, पावर ट्रांसमिशन, पाइपलाइन समेत सभी तरह के डेवलपमेंट गतिविधियों पर भी रोक है.
जरूरी सामान ला रहे डीजल ट्रकों और LNG, CNG, इलेक्ट्रिक ट्रकों को छोड़कर सभी ट्रकों की एंट्री बंद है. BS-3 कैटेगरी वाले पेट्रोल और BS-4 कैटेगरी वाले डीजल वाहन भी प्रतिबंधित है.
दिल्ली में पटाखों पर बैन है. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दीपावली के बाद वर्ल्ड कप मैच और छठ के दौरान भी दिल्ली पुलिस को निगरानी रखने का निर्देश दिया है.
दिल्ली में प्रदूषण के कारण स्कूलों में 9 से 18 नवंबर तक सर्दी की छुट्टियां कर दी गई हैं. हर साल दिसंबर-जनवरी के बीच स्कूलों में विंटर वेकेशन होता था. 
दिल्ली सरकार के मंत्रियों को प्रदूषण के खिलाफ ग्राउंड लेवल पर काम करने को कहा गया है. सभी मंत्री दिल्ली के अलग-अलग जिलों में निगरानी करेंगे.