प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बोले, उम्मीद है 18वीं लोकसभा में शत-प्रतिशत काम होगा, इसी संकल्प के साथ होगी शुरू

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लोकसभा को संबोधित किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उम्मीद है 18वीं लोकसभा में शत-प्रतिशत काम होगा. संकल्प के साथ 18वीं लोकसभा शुरू होगी. 17वीं लोकसभा ने नए मानदंड बनाए. 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव रखी. यह कार्यकाल देश के लिए गेमचेंजर रहा. 17वीं लोकसभा की प्रोडक्टिविटी 97 प्रतिशत रही. पीढ़ियों का इंतजार 17वीं लोकसभा में खत्म हुआ. देश बड़े बदलाव की तरफ तेज गति से आगे बढ़ा. इसी सदन ने धारा 370 को हटाया. 370 खत्म होने से संविधान की दरार खत्म हुई. आतंकवाद नासूर बन गया था. हमने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कानून बनाया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी धन्यवाद प्रस्ताव पर लोकसभा को संबोधित कर रहे थे.

5 साल में युवाओं के लिए मजबूत कानून बने:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 17वीं लोकसभा ने नारी शक्ति के लिए काम किया. 5 साल में युवाओं के लिए मजबूत कानून बने. अनुसंधान को प्रोत्साहन देने का काम किया. मानव सभ्यता अनुसंधान से आगे बढ़ी. भारत रिसर्च का हब बन रहा है. 60 से ज्यादा गैर जरूरी कानूनों को हटाया, जो हाशिए पर थे उन्हें सरकार होने का अहसास कराया. जन विश्वास एक्ट से नागरिकों को ताकत मिली. आने-वाले 25 साल बेहद महत्वपूर्ण है. ट्रांसजेंडर के लिए सामान्य जिंदगी का काम किया. हमारी सरकार ने ट्रांसजेंडर को पहचान दी. अब लोकसभा चुनाव ज्यादा दूर नहीं हैं. 

जम्मू-कश्मीर के लोगों को सामाजिक न्याय मिला:
जम्मू-कश्मीर के लोगों को सामाजिक न्याय मिला. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आदरणीय सभापति जी, देश को जो नया संसद भवन प्राप्त हुआ है, इस नए भवन में एक विरासत का अंश और आजादी की पहली पल को जीवंत रखने का... सेंगोल को स्थापित करने का काम किया. इसको सेरेमोनियल बनाने का बहुत बड़ा काम आपके नेतृत्व में हुआ है. जो भारत की आने वाली पीढ़ियों को हमेशा-हमेशा उस आजादी के पल से जोड़ कर रखेगा. संसद की लाइब्रेरी के दरवाजे आपने (सभापति जी) सामान्य व्यक्ति के लिए खोल दिए. ज्ञान का ये खजाना, परंपराओं की ये विरासत आपने जनसामान्य के लिए खोल कर बहुत बड़ी सेवा की है. इसके लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं. संसद की लाइब्रेरी के दरवाजे आपने (सभापति जी) सामान्य व्यक्ति के लिए खोल दिए. 

इस कार्यकाल में बहुत सारे रिफॉर्म्स हुए:
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ज्ञान का ये खजाना, परंपराओं की ये विरासत आपने जनसामान्य के लिए खोल कर बहुत बड़ी सेवा की है. इसके लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं. इस कार्यकाल में बहुत सारे रिफॉर्म्स हुए हैं. 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव उन सारी बातों में नजर आती है. बदलाव की तरफ देश तेज गति से आगे बढ़ा है और सदन के सभी साथियों ने अपनी हिस्सेदारी निभाई है. अनेक पीढ़ियों ने एक संविधान के लिए सपना देखा था...लेकिन हर पल वो संविधान में एक दरार दिखाई देती थी, एक खाई नजर आती थी, एक रुकावट चुभती थी,  लेकिन इसी सदन ने अनुच्छेद 370 हटाया, जिससे संविधान के पूर्ण रूप का, पूर्ण प्रकाश के साथ प्रकटीकरण हुआ. पहले आतंकवाद नासुर बन कर देश के सीने पर गोलियां चलाते रहता था. मां भारती की धरा आए दिन रक्तरंजित हो जाती थी. देश के अनेक वीर आतंकवाद के कारण बलि चढ़ जाते थे.

ये पांच साल देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के थे:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज का ये दिवस लोकतंत्र की एक महान परंपरा का महत्वपूर्ण दिवस है. 17वीं लोकसभा ने 5 वर्ष देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय किए गए और अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए भी सबने अपने सामर्थ्य से देश को उचित दिशा देने का प्रयास किया. एक प्रकार से आज का ये दिवस हम सबकी उन 5 वर्ष की वैचारिक यात्रा का, राष्ट्र को समर्पित समय का और देश को एक बार फिर से अपने संकल्पों को राष्ट्र के चरणों में समर्पित करने का अवसर है. लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये पांच साल देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के थे. ऐसा बहुत कम होता है कि सुधार और प्रदर्शन दोनों होते हैं और हम परिवर्तन को अपनी आंखों के सामने देख सकते हैं.देश 17वीं लोकसभा के माध्यम से इसका अनुभव कर रहा है और मेरा दृढ़ विश्वास है कि देश 17वीं लोकसभा को आशीर्वाद देना जारी रखेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं माननीय सांसदों का भी इस बात के लिए आभार व्यक्त करता हूं कि संकट काल में देश की आवश्यकताओं को देखते हुए सांसद निधि छोड़ने का प्रस्ताव जब मैंने माननीय सांसदों के सामने रखा, तो एक पल के विलंब के बिना सभी सांसदों ने इस प्रस्ताव को मान लिया.

5 साल में देश सेवा में कई बड़े फैसले लिए:
लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश सेवा में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए. 5 साल में रिफॉर्म,परफॉर्म,ट्रांसफॉर्म किया. देश 17वीं लोकसभा को जरूर आशीर्वाद देगा. 17वीं लोकसभा में कई बड़े फैसले हुए. आज का दिन हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है. उचित सामर्थ्य से दिशा देने का प्रयास किया. सभी सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका रही. सभी सांसद साथियों का बहुत योगदान रहा. 5 साल में देश सेवा में कई बड़े फैसले लिए. सदी का सबसे बड़ा संकट मानव जाति ने झेला' .'संकटकाल में भी देश का काम नहीं रूका. 

G-20 से मिला भारत को बहुत सम्मान:
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महामारी के समय निकलना बहुत मुश्किल था. पीएम मोदी ने स्पीकर ओम बिरला की तारीफ की. कोरोनाकाल चुनौतियों से भरा रहा. सांसदों ने अपनी सैलेरी में से 30 % की कटौती की. पीएम मोदी ने सभी सांसदों का आभार जताया. चर्चा के दौरान आक्रोश और आरोप के पल भी आए. सभी सांसदों की 5 साल में अहम भूमिका रही. सांसदों ने सांसद निधि छोड़ने का फैसला किया. स्पीकर महोदय ने धैर्य के साथ संसद चलाई. दुनिया के लिए हमने उदाहरण पेश किया. चुनौती को सभी ने अपने सामर्थ्य से उचित दिशा देने का काम किया. इस दौरान G-20 की बैठक भी हुई. G-20 से भारत को बहुत सम्मान मिला. पूरी दुनिया ने भारत का सामर्थ्य देखा. हम मदर ऑफ डेमोक्रेसी को लेकर आगे बढ़े. देश को नया संसद भवन मिला. देश के कामों में गति बनी रही.