Chhath Puja 2023 Day 4: आज छठ पूजा का आखिरी दिन, उगते हुए सूर्य को अर्घ्य, जानिए महत्व

नई दिल्लीः तीन दिन के बाद आज छठ पूजा का आखिरी दिन है. चौथा दिन यानी सप्तमी तिथि छठ महापर्व का अंतिम दिन होता है. इसी के साथ छठ पर्व का समापन होता है. इस दिन प्रातः काल उगते सूर्य को जल दिया जाता है. यह सूर्य की पत्नी उषा को दिया जाता है. जिसको लेकर मान्यता है कि इससे सभी तरह की मनोकामना पूर्ण होती है. ऐसा कहा जाता है कि छठ का व्रत संतान की लंबी उम्र और उनके खुशहाल जीवन के लिए रखा जाता है. 

छठ महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है. इसके बाद दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन संध्या अर्घ्य और चौथे दिन को ऊषा अर्घ्य के साथ समाप्त किया जाता है. छठ का पर्व बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. छठ का व्रत संतान की लंबी उम्र और उनके खुशहाल जीवन के लिए रखा जाता है. 

पूजा का महत्वः
चार दिवसीय छठ पूजा का समापन उषा अर्घ्य से होता है.  इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ के व्रत का पारण किया जाता है. इस दिन व्रत रखने वाले लोग सूर्योदय से पहले नदी के घाट पर पहुंचकर उदित होते सूर्य को अर्घ्य देते हैं. इसके बाद सूर्य देव और छठ माता से संतान के सुखी जीवन और परिवार की सुख-शांति की कामना करते हैं.