Yoga किसी पंथ या समूह विशेष का नहीं, बल्कि समस्त मानवता की अनमोल विरासत : Om Birla

नई दिल्ली : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने योग को भारत की ओर से दुनिया को दिया गया एक अनुपम उपहार करार देते हुए बुधवार को कहा कि योग किसी पंथ या समूह विशेष का नहीं है, बल्कि समस्त मानवता की अनमोल विरासत और स्वस्थ विश्व का आधार है.

योग जोडता है सम्पमर्ण विश्व को:

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद भवन परिसर में योग अभ्यास कार्यक्रम का नेतृत्व किया. उइस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि योग लोगों, समाज और सम्पूर्ण विश्व को जोड़ता है तथा भारत पूरे विश्व को जोड़ने के लिए शांति, स्थिरता एवं शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का पुनीत कार्य कर रहा है. उन्होंने कहा कि योग के रूप में भारत ने दुनिया को एक अनुपम उपहार दिया है तथा सभी को स्वस्थ तन और स्वस्थ मन की उपयोगिता बताई है.

योग समस्त मानवता की अनमोल विरासत:

लोकसभा सचिवालय के बयान के अनुसार, बिरला ने कहा कि जिस प्रकार लोकतंत्र भारत की प्राचीन संस्कृति है, उसी तरह योग देश की जीवन शैली और चिंतन शैली है, जिसे आज दुनिया अपना रही है.
बिरला ने कहा कि योग किसी पंथ या समूह विशेष का नहीं है, बल्कि समस्त मानवता की अनमोल विरासत है और एक स्वस्थ विश्व का आधार है. उन्होंने कहा कि योग शारीरिक और मानसिक अनुशासन का संयोजन है जो शरीर को मजबूत और स्वस्थ बनाता है तथा इससे मन को शांत और नियंत्रित करने में सहायता मिलती है.

योग से सहयोग तक धारणा:

योग के फायदे गिनाते हुए बिरला ने कहा कि योग मनुष्य की कार्य कुशलता व कार्यक्षमता को बढ़ाता है, तथा कार्यशैली को बेहतर बनाता है. उन्होंने लोगों से 'योग से सहयोग तक' की धारणा को आत्मसात करते हुए मानव कल्याण को सुनिश्चित करने का आह्वान किया. उन्होंने आगे कहा कि आज के बदलते परिप्रेक्ष्य में विश्व 'इलनेस' से 'वेलनेस' की ओर जा रहा हैं और योग सभी लोगों को इसके लिए समर्थ बना रहा है. सोर्स भाषा