कागामिगहारा। भारतीय महिला हॉकी टीम ने पेनल्टी शूटआउट में चीन 5-4 से मात देकर खिताबी जीत हासिल कर ली है और एशिया कप पर कब्जा जमा लिया है। मैच के आखिरी तय समय तक दोनों टीमों के बीच मुकाबला 1-1 से बराबरी का था, जिसके बाद शूटआउट का सहारा लेकर विजेता का फैसला किया गया। इसके बाद भारतीय टीम ने चाइना को 5-4 से मात देकर 2018 में होने वाले वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई भी कर लिया है।
भारत को ननजोत कौर ने 25वें मिनट में गोल कर 1-0 से आगे कर दिया था। वह जीत के करीब बढ़ रही थी, लेकिन चौथे क्वार्टर में 47वें मिनट में टिनाटियान लु ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलते हुए मुकाबले में बराबरी हासिल कर ली। इसके बाद दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रहीं और मैच पेनल्टी शूटआउट में चला गया, जहां भारत ने जीत हासिल की।
गौरतलब है कि भारतीय हॉकी के लिए यह एक महीने के अंदर दूसरी बड़ी सफलता है। पुरुष टीम ने भी पिछले महीने एशिया कप जीता था। वहीं ये दूसरा मौका है, जब भारतीय महिला टीम ने ये खिताब जीता है। इससे पहले इंडियन वुमन्स टीम ने 2004 में जापान को हराकर पहली बार ये खिताब जीता था, जबकि 1999 और 2009 में वो उपविजेता रही थी।
भारतीय टीम चौथी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी। 1999 में उसे अपनी मेजबानी में फाइनल में दक्षिण कोरिया के हाथों 2-3 की हार मिली थी। हालांकि, वह 2004 में इस खिताब को जीतने में कामयाब रही। साल 2009 में बैंकॉक में आयोजित हुए टूर्नामेंट में भारतीय टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया था, लेकिन चीन ने 5-3 से मात देकर उसके हाथों से खिताब छीन लिया था।