VIDEO: सिरोही में कांस्टेबल की चाकू से वार कर की हत्या, लौटाना गांव के शिवरात्रि मेले का मामला

सरूपगंज: राजस्थान के सिरोही जिले के सरूपगंज थाना क्षेत्र के लौटाना गांव के सरतानेश्वर महादेव मन्दिर में शिवरात्रि मेले में ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस कांस्टेबल की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई. चाकू से उसके गले पर हमला किया गया, जिससे उसका गला कट गया और खून बहने के कारण उसकी मौत हो गई. मेले में ड्यूटी दे रहे कांस्टेबल निरंजन सिंह ने मंदिर के बाहर दो गुटों में हो रहे झगड़े में बीच बचाव करने गए. इसी दौरान सिपाही निरंजन सिंह के चाकू लग गया और अति रक्त स्त्राव की वजह से कांस्टेबल की मौके पर ही मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही पिंडवाड़ा डीएसपी जेठूसिंह करनोत, पिंडवाड़ा सीआई हमीरसिंह, रोहिड़ा एसएचओ जितेंद्र सिंह देवड़ा व सरूपगंज थाना पुलिस मय जाब्ते के साथ मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को देकर शव को कब्जे में लेकर स्थानीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया. 

जानकारी के मुताबिक सरूपगंज के समीप लौटाना में महाशिवरात्रि पर्व को लेकर आयोजित मेले में मध्यरात्रि को दो गुटों में हो रहे झगड़े में बीच बचाव करने गए ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल निरंजन सिंह की चाकू लगने से दर्दनाक मौत हो गई. जैसे ही घटना की जानकारी सरूपगंज थाना पुलिस को मिली तो सरूपगंज थाना पुलिस मय जाब्ते के साथ मौके पर पहुची तथा पुलिस ने घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी, जिस पर पिंडवाड़ा DSP जेठूसिंह करनोत व पिंडवाड़ा सीआई हमीरसिंह भाटी मय जाब्ते के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सरूपगंज अस्पताल लाया जहां शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया. इधर घटना की जानकारी मिलते सिरोही पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार  रात्रि 2 बजे ही सरूपगंज अस्पताल पहुंचे तथा घटना की जानकारी ली जिसके बाद वह घटनास्थल के लिए रवाना हो गए.

अलसुबह घटना की जानकारी मिलते ही मृतक सिपाही निरंजन सिह के परिजन सरूपगंज अस्पताल पहुंचे तथा घटना की जानकारी ली इधर जैसे खबर लोगो को लगी तो धीरे-धीरे कर अस्पताल परिसर में लोगो की भीड़ जमा हो गई. सूचना मिलते ही पिंडवाड़ा आबू विधायक समाराम गरासिया भी मौके पर पहुंचे तथा उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्र में अगर मेले का आयोजन किया जाता है तो 2-3 सिपाहियों की व्यवस्था होनी चाहिए जिससे ऐसी घटना नहीं होती. उन्होंने कहा क्षेत्र में करीब डेढ़ साल से 007 गैंग सक्रिय है कई वारदातों को अंजाम देती है. इधर पुलिस ने मृतक सिपाही के शव का मेडिकल बोर्ड के साथ पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया. इस दौरान पुलिस विभाग के अधिकारी सहित कस्बे के कई ग्रामीण मौजूद रहे.

विवाद सुलझाने गए थे निरंजन:
सिरोही एसपी अनिल कुमार ने बताया की कॉन्स्टेबल निरंजन सिंह मूल रूप से नागौर जिले के गोटन निवासी थे. पिछले 3 साल से सरूपगंज थाने में ही तैनात थे. महाशिवरात्रि के पर्व को देखते हुए उनकी ड्यूटी स्वरूपगंज के लौटाना गांव में शिवरात्रि पर लगे मेले में लगाई गई थी. इस दौरान यहां दो पक्षों में विवाद हो गया. उन्हें सूचना मिली और वह इस झगड़े को सुलझाने पहुंचे थे. शुक्रवार देर रात करीब 12.30 बजे से 1 बजे के बीच उन्हें भीड़ में मौजूद बदमाशों ने चाकू मार दिया. हादसे की सूचना पर सिरोही एसपी अनिल कुमार, पिंडवाड़ा डीएसपी जेठू सिंह करनोत समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया. वहां डॉक्टर ने निरंजन सिंह को मृत घोषित कर दिया.

सिपाही को शहीद का दर्जा देने ​​की मांग:
घटना की जानकारी मिलने के बाद अलसुबह नागौर के गोटन से मृतक के परिजन सरूपगंज अस्पताल पहुचे तथा परिजनों ने मृतक को शहिद का दर्जा देने, शहादत देने वाले जवान के दोनों बच्चियों के अध्ययन की जिम्मेवारी राज्य सरकार द्वारा लेने तथा नाम अनुसार गैलंट्री अवॉर्ड देने की मांग की रखी है. उन्होंने उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी से पूरे मामले का संज्ञान लेकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की है.

2008 में जॉइन की थी पुलिस फोर्स:
लौटाना मेले में ड्यूटी के दौरान कुछ बदमाशों ने चाकू से वार कर दिया जिससे सिपाही निरंजन सिह की मौके पर ही मौत हो गई. कांस्टेबल निरंजन सिह ने वर्ष 2008 में पुलिस फोर्स जॉइन की थी पिछले तीन सालों से कांस्टेबल निरंजन सिंह सरूपगंज थाने में तैनात थे. निरजंन सिह के दो पुत्रियां है. एक भाई शिक्षक है. घटना के बाद मृतक सिपाही निरजंन सिह के चचेरे भाई रविन्द्र प्रताप सिंह उदयपुर के वल्लभनगर डीएसपी सहित रिश्तेदार सरूपगंज अस्पताल पहुचे.

कई आरोपियों को किया गया डिटेन:
ड्यूटी पर तैनात सिपाही निरजंन सिह की हत्या की जनकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार घटना के समय से ही स्वरूपगंज में कैंप किए हुए हैं. मध्यरात्रि 2 बजे सरूपगंज पहुचे एसपी अनिल कुमार शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव सुपुर्द करने के बाद सिरोही के लिए रवाना हुए. घटना के बाद से पिंडवाड़ा DSP जेठूसिंह के नेतृत्व में 8 अलग-अलग टीमें बनाई गई, जिन्होंने आरोपियों की धरपकड़ अभियान चलाया तथा सुबह होते-होते आरोपियों को नामजद कर कई आरोपियों को डिटेन किया गया तथा कुछ आरोपियों की तलाश की जा रही है. एसपी अनिल कुमार ने बताया कि मृतक जवान के संबंध में पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों को नियमानुसार फायदा देने व अन्य निर्णय के लिए लिखा जाएगा.

मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री सहित कई नेताओं ने दी श्रद्धाजलि:
इस जघन्य हत्या के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व विधायक संयम लोढ़ा सहित कई नेताओं ने ट्वीट कर पुलिस कांस्टेबल की शहादत वीरगति को प्राप्त होने पर संवेदना व्यक्त की है तथा कड़ा दंड देने की बात कही. 

साथी के शव को देखकर बिलख पड़े सिपाही:
ड्यूटी पर तैनात कांस्टेबल निरजंन सिह की हत्या की घटना के बाद जब शव का पोस्टमार्टम करवाकर पार्थिव देह उनके पैतृक गांव ले जाई जा रही थी तो अंतिम दर्शन के लिए उनकी देह को सरूपगंज थाने लाया गया जहां अपने साथी के शव को देखकर सभी सिपाही अपनी आंखों के आंसुओं को रोक नही पाए तथा बिलख बिलख कर रोने लग गए. डीएसपी अचलसिह, डीएसपी जेठूसिंह करनोत, थानाधिकारी कमलसिह, थानाधिकारी जितेंद्र सिंह, भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष हेमेंद्र सिह देवड़ा, सयुक्त व्यापार मंडल अध्यक्ष निरजंन अग्रवाल, व्यापार मंडल अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, कांग्रेस नेता इंदरसिंह देवड़ा सहित कई लोगो ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धाजलि अर्पित की जिसके बाद देह को रवाना किया गया.