ERCP पर MoU करने के बाद पहली बार जोधपुर आए शेखावत, कहा- राजस्थान के 13 जिलों के लिए जीवनदायनी गंगा की तरह काम करेगी यह परियोजना

जोधपुर: राजस्थान को ईआरसीपी की ऐतिहासिक सौगात देने के बाद जब केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री और जोधपुर के सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत जोधपुर पहुंचे तो जोधपुर के एयरपोर्ट पर बडी संख्या में भाजपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने उनका फूल और मालाओं के साथ स्वागत किया. इस दौरान शेखावत पर गुलाब के फूल तक भी बरसाए गए. भाजपा के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सालेचा के नेतृत्व में जिला पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. 

एयरपोर्ट पर शेखावत ने मीडिया से बातचीत करते हुए ईआरसीपी के बीच अब तक आई बाधाओं के बारे में बताते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी के समय में पार्वती कलिंदर और चंबल नदियों को जोडने की परिकल्पना की गई थी मगर दोनो राज्यो के बीच सहमति नही बन पाने के कारण स्थगित कर दी गई. बाद में वसुंधरा राजे की सरकार के समय में भी पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना की भी परिकल्पना की गई मगर दोनो राज्यो के बीच सहमति नही बन पाई थी. 

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार के समय उनकी हठधर्मिता के चलते यह योजना सिरे नही चढ पाई. गहलो ने राजनीति गोटी की तरह इसका इस्तेमाल किया. गहलोत जिस तरह प्यासे कंठो और सुखी धरती और किसानों की अपेक्षाओं पर राजनीति कर रहे थे उसका पाप उनको भुगतना पडा. जनता ने उनको पाप की सजा दी. 

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और एमपी के मुख्यमंत्री दोनो ने मिलकर अधिकारियों के साथ बैठके की. बैठक के बाद समझौता पत्र पर हस्ताक्षर कर हरी झंडी दी गई. 13 जिलो के लिए यह परियोजना जीवनदायनी गंगा की तरह काम करेगी. इन जिलो की आर्थिक स्थिति को बदलने में भी यह परियोजना अहम भूमिका निभाएगी.