माघ में सावन भादों सा एहसास, पश्चिम विक्षोभ के असर से प्रदेश के कई जिलों में हुई बारिश, मावठ से फसलों में होगा फायदा,किसानों के खिले चेहरे

जयपुरः माघ में सावन भादों सा एहसास हो रहा है. रविवार से मौसम सावण भादों जैसा लग रहा है. पश्चिम विक्षोभ के असर से राजस्थान के कई जिलों में बारिश हुई. जयपुर सहित कई जगह रुक-रुक कर बारिश होती रही. बारिश के कारण तापमान में 5 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई. जयपुर, जोधपुर में फरवरी के दौरान बारिश का 10 साल रिकॉर्ड टूट गया है. आज भी पश्चिम विक्षोभ का असर पूर्वी राजस्थान के कुछ जिलों में रहेगा. मौसम विभाग के मुताबिक कल से मौसम सामान्य होने की उम्मीद है. 

बारिश के बाद क्षेत्र में बढ़ी ठिठुरनः
जयपुर के जमवारामगढ़ में बारिश के बाद क्षेत्र में ठिठुरन बढ गई है. सुबह से ही रुक रुक कर हल्की बारिश हो रही है. मावठ से फसलों मे फायदा होगा ,किसानों के चेहरे खिले गए है. टोंक में पश्चिमी विक्षोभ के चलते मावठ हुई. टोंक मावठ के चलते आज फिर कोहरे के आगोश में लिपटा. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक घना कोहरा छाया रहा. तापमान में भी आई 2-3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई. फिर ठंड का दौर दिखने लगा. कोहरे के चलते हाइवे पर वाहनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा है.

बौंली में बदला मौसम का मिजाजः
सवाईमाधोपुर के बौंली  में मौसम का मिजाज बदल गया है. आसमान से राहत की बूंदे गिरी. बौंली तहसील कार्यालय पर रातभर में 6 MM बारिश दर्ज की गई. मित्रपुरा तहसील कार्यालय पर 7 MM बारिश दर्ज की गई. अधिकांश फसलों के लिए वर्तमान की बारिश  अनुकूल मानी जा रही है. हालांकि बारिश के बाद मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ा. रातभर की बारिश के बाद तापमान में भी गिरावट आई. गेहूं व चने की फसल के लिए बारिश की बूंदे वरदान साबित होगी. कोटा के इटावा में मौसम का मिजाज बदल गया है. देर रात्रि से ही क्षेत्र में बादल छाए है. हल्की बारिश की बूंदों ने एक बार फिर सर्दी का अहसास कराया. मौसम परिवर्तन से किसानों को चिंता सता रही है. बारिश होने पर फसलों में खराबे की चिंता सता रही है.

सरसों, चना, गेहूं और जौ की फसल का बढ़ेगा उत्पादन:

मावठ से किसानों के चेहरे खिले गए है. मावठ को रबी फसलों के लिए ’अमृत वर्षा’ माना जा रहा है. सरसों, चना, गेहूं और जौ की फसल का उत्पादन बढ़ेगा. सरसों और चना पर लगे रोग भी इससे साफ होंगे. गेहूं और जौ की फसल में दो से 3 सिंचाई बचेगी. सीकर में मावठ के बाद अलसुबह घना कोहरा छाया हुआ है. सीकर संभाग के अधिकांश स्थानों पर कोहरे का असर है. विजिबिलिटी 30 से 50 मीटर तक रही. हाईवे पर वाहन चालक हेडलाइट का सहारा ले रहे है.  फतेहपुर में सबसे ज्यादा कोहरे का असर रहा. मौसम विभाग के अनुसार आज भी बारिश होने का अनुमान है.जैसलमेर के भणियाणा में अल सुबह से तेज हवाएं चल रही है. हवाओं के साथ रुक रुक कर हल्की फुहारें  चल रही है. वहीं कल रात हुई बारिश के बाद घना कोहरा छाया हुआ है. आसमान में घने काले बादल छाए हुए है. मौसम के साथ लोगों की दिनचर्या में भी बदलाव हुआ.