सैम पित्रोदा के बयानों पर घिरी कांग्रेस, घनश्याम तिवाड़ी बोले- कांग्रेस अब नस्ल के आधार पर देश का विभाजन करना चाहती है

जयपुर: कांग्रेस अभी सैम पित्रोदा के विरासत टैक्स की पैरवी करने वाले बयान से उबरी भी नहीं थी कि उन्होंने भारत की विविधता का बेतुके तरीके से चित्रण करते हुए यह कह दिया कि दक्षिण के लोग अफ्रीकियों, पूर्वोत्तर के चीनियों, पश्चिम के अरबों और उत्तर भारत के श्वेतों जैसे दिखते हैं, इसके पहले शायद ही किसी ने विभिन्न रूप-रंग वाले भारतीयों को ऐसी उपमा दी हो. बहरहाल बीजेपी ने बयानों को लेकर कांग्रेस पर हमला बोल दिया लेकिन ये पहली बार नही है बीच चुनावों में कांग्रेस नेताओं के बेतुके बयानों ने बीजेपी को भारी फायदा पहुंचाया है.

मणिशंकर अय्यर ,शशि थरूर, चरण दास महंत ,विजय वडेट्टीवार, दिग्विजय सिंह ऐसे प्रमुख दिग्गज नेता है जिन्होंने अतीत में अपने बयानों से कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया अब ताजा उदाहरण है सैम पित्रोदा का..पित्रोदा के बयान और उपमा बेतुकी ही नहीं, आपत्तिजनक भी है, इसमें नस्ली सोच भी झलकती है, क्योंकि यह किसी से छिपा नहीं कि किस तरह कुछ नासमझ लोग पूर्वोत्तर भारत के लोगों को चीनी कहकर चिढ़ाते हैं या काले लोगों का मजाक उड़ाते हैं, इस पर आश्चर्य नहीं कि सैम पित्रोदा के बयान पर भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हो गई वैसे भी चुनाव के मौके पर कोई भी विरोधी दल ऐसा ही करेगा..जयपुर में बीजेपी प्रदेष मुख्यालय में राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने कांग्रेस को घेरा. 

तिवाड़ी ने कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा द्वारा देशवासियों को लेकर दिए गए बयान की कड़ी भर्त्सना करते हुए कहा कि पित्रोदा का यह बयान अंग्रेजों द्वारा भारतीयों पर रंगभेद, नस्लभेद की मानसिकता के आधार पर किए गए अत्याचार को प्रदर्शित करता है ,भारत विश्व गुरु रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत उसी दिशा में आगे बढ़ रहा ,ऐसे समय में दूसरे देशों से तुलना कर भारत को आगे बढ़ने से रोकने का प्रयास किया जा रहा ,अनेकता में एकता भारत की ताकत, रंग रूप के आधार पर टिप्पणी शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है.

कांग्रेस को एक बार फिर सैम पित्रोदा के कथन से वैसे ही पल्ला झाड़ना पड़ा, जैसे विरासत टैक्स वाले बयान से झाड़ना पड़ा था. इससे बात बनी नहीं और इसी कारण सैम पित्रोदा को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देना पड़ा, जिसे पार्टी ने तत्काल स्वीकार कर लिया. इससे यही स्पष्ट होता है कि वह कांग्रेस के लिए मुसीबत बन गए थे. क्योंकि वह यह भी कह गए थे कि अयोध्या में निर्मित राम मंदिर भारत के विचार के विपरीत है. पहले छत्तीसगढ़ में नेता प्रतिपक्ष, कांग्रेस के नेता चरण दास महंत का पीएम मोदी पर विवादित बयान सामने आया है. लेकिन ये कोई पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस ने चुनावों के बीच पीएम मोदी पर बदजुबानी की है. महाराष्ट्र विधानसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने मुंबई हमले के दौरान बलिदान पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे के बारे में यह बयान दिया कि वह पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब नहीं, बल्कि आरएसएस के करीबी पुलिस अफसर की गोली का निशाना बने थे.

विरोध और फजीहत होने पर वह तो लीपापोती में लग गए, लेकिन शशि थरूर बीच में कूद पड़े और उन्होंने यह मांग कर दी कि विजय वडेट्टीवार के आरोपों की जांच होनी चाहिए. दिनों पुंछ में आतंकी हमले को लेकर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने यह कह दिया कि यह हमला भाजपा की चुनावी नौटंकी हैगुजरात विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को नीच बताया था। जिसे भाजपा ने मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला था और चुनाव में कांग्रेस को इसका खामियाजा भी उठाना पड़ा था बहरहाल पीएम मोदी ने कांग्रेस नेताओं के बयानों पर जमकर हमला बोला.

कांग्रेस नेता चुनावों के वक्त सेल्फ गोल कर रहे है. भले ही पार्टी इन नेताओं के खिलाफ अनुशासन की कार्यवाही कर दे लेकिन चुनावी नुकसान तो हो ही जाता है.